The Basics of oil painting-hindi

The Basics of oil painting -hindi #

!

दोस्तों पेंटिंग बनाने के लिए बहुत से माध्यम बाजार में मौजूद है आप इन माध्यमो में से किसी का भी प्रयोग कर सकते या कर सकती है ,चाहे ये वाटर कलर हो , आयल कलर हो ,फेब्रिक कलर हो ,पेस्टल पेंसिल, आदि कोई सा भी माध्यम का प्रयोग किया जा सकता है ,सभी कलाकार अपनी समझ या अपनी सुविधा के अनुसार अपने माध्यम का प्रयोग करते है।

The Basics of oil painting-hindi
Image source by | Google Images  

लेकिन आज हम जिस माध्यम का प्रयोग आपको बताने जा रहे है वह है आयल पेंटिंग ,आयल पेंटिंग का प्रयोग ज्यादातर बड़े कलाकारों द्वारा किया जाता है क्योकि इस कलर का स्थायित्व ज्यादा और लम्बे समय तक टिकाऊ  होता है। 
यह कलर अन्य कलर की तुलना में कम फैलता है ,और इसके द्वारा चित्रों को स्वरूप देना थोड़ा कठिन होता है लेकिन ये एक वास्तविक आधार भी प्रदान करते है। 

वाटर कलर या एक्रेलिक कलर जो की आयल कलर की तुलना में हल्का होता है आसानी से फैलता है ज्यादा कलाकारों द्वारा प्रयोग किया जाता है लेकि आयल कलर के  फायदे होते है ,यह काफी टिकाऊ होता है और लम्बे समय तक बना रहता है यदि अच्छे कलर का प्रयोग किया जाये तो।  

आयल कलर के प्रयोग में आने वाली सामग्रियां

  • कलर पैलेट  ,कलर को मिक्स करने के लिए 
  • लिनसीड आयल कलर को पतला करने के लिए 
  • ब्रश जो की पेंटिंग के मूड के अनुसार होनी चाहिए  यानि जिस प्रकार की भी पेंटिंग हो ,
  • कैनवास 
  • एक साफ़ कपडा साफ़ करने के लिए 
चलिए उदहारण के लिए हम एक लैंडस्केप कैनवास ले लेते है ,और एक साधारण सा लैंडस्केप बनाने का काम करेंगे। 
 एक सिंपल सा लैंडस्केप बनाते है इसमें ज्यादा डिटेल देने की जरुरत नहीं है साधारण सा मॉउन्टन आकाश और कुछ ट्री आदि हम इस आयल पेंटिंग में बनायेगे पहले हम एक मॉउन्टन बना लेते है , अब आकाश को बनाने के लिए ब्लू में थोड़ा वाइट कलर मिलते है कलरफुल स्काई बनाने के लिए अन्य कलर का भी प्रयोग किया जा सकता है सही तो यह रहेगा की आप किसी लैंडस्केप फोटो को ले और उसकी कॉपी बनाने का प्रयास करे। 

एक बात का ध्यान रखे की जिस जगह पर ज्यादा कलर फील करने की आवश्य्कता  हो वहा ज्यादा मोटे फैले  हुए ब्रश का प्रयोग करे जैसे एक या दो इंच का ब्रश। 

अब धीरे धीरे कलर को अप्लाई करेंगे स्काई को बनाने के लिए ,इस प्रकार कलर को फैलते हुए हम कलर की एक लेयर को फैला देते है , यह जरुरी नहीं की हम अपनी कल्पना से ही पेंटिंग को बनाये आप कोई फोटो या लैंडस्केप का कोई प्रिंट भी ले सकते है ध्यान रहे की गलतियों से डरने की जरुरत गलतिया करने से ही आपको कॉन्फिडेंस आता है और यही गलतिया आपको सही स्तर पर ले कर जाएगी।

आपको थोड़ा कलर मिक्सिंग करना भी आना चाहिये ताकी आप हर तरह की टोन को बना सके यह आप प्रेक्टिस के द्वारा कर सकते है या इसके लिए टुटोरिअल भी देखे जा सकते है जो इंटरनेट पर आसानी से सर्च किये जा सकते है। 
 आप जब कलर को मिलाना सीख जायेगे तो आप दो या तीन कलर को ही मिला कर कई कलर को बना सकेंगे 
कलर को फील करते समय इस बात का ध्यान रखे की कलर को पतला करने लिए ज्यादा लिनसीड आयल का प्रयोग न करे इससे कलर को चमक पर फर्क पड़ता है। 
आकाश को बनाने के लिए आप  एक ही कलर का प्रयोग न करे इसे इसे लिए थोड़ा कलरफुल बनाये इसके लिए रेड या ऑरेंज कलर का भी प्रयोग किया जा सकता है , बादल को बनाने के लिए आप आकाश के कलर के अनुसार बादल को बना सकते है यदि शाम का दृश्य को दर्शाना है तो रेड या ओरंज कलर का प्रयोग किया जा सकता है और अगर दोपहर का द्रिश्य दिखना है  तो वाइट कलर का प्रयोग किया जा सकता है ब्लू कलर के साथ।

The Basics of oil painting-hindi
Image source by | Google Images 

एक बात का सदैव ध्यान रखे की पास की चीजो को डार्क और बीच की चीजों को मीडियम और दूर की चीजों को लाइट दिखाया जाता है ,सामान्य जीवन में भी हमें पास की वस्तुएं डार्क और दूर की वस्तुएँ लाइट या धुंदली नजर आती है पेंटिंग में भी इसी प्रकार के प्रभाव को दर्शाया जाता है ,
जब आप स्काई को बना रहे है तो थोड़ा लाइट बनाने का प्रयास करे क्योकि स्काई दुरी को दर्शता है , पेंटिंग बनाते समय आप को कलर के साथ एक्सपेरिमेंट भी करते रहना चाहिए जिससे आप के कलर का अनुभव बढ़ेगा और नयी जानकारी भी प्राप्त होगी आप ऐसा न समझे की कोई कलर आपकी पेंटिंग को ख़राब कर देगा आप इसे किसी भी समय ठीक कर सकते है अन्य कलर के शेडो का प्रयोग करके ,

अगर आप नए है तो पेंटिंग को धीरे धीरे बनाने का प्रयास करे , दोस्तों यदि आप किसी पिक्चर की कॉपी कर रहे है तो जरुरी नहीं की आप बिलकुल ही उसकी कॉपी बना दे यह इससे अलग या काफी अलग भी हो सकता है आपको सिर्फ अपने अनुभव को बढ़ाना है ,और इस प्रकार ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस से आपके अनुभव में बढ़ावा होगा। 

पेंटिंग बनाते समय लाइट शेड का ध्यान रखना जरुरी होता है जिस ऑब्जेक्ट पर लाइट पद रही है तो उसे लाइट  कलर का प्रयोग किया जाता है और जहा पर भी लाइट नहीं पड़  रही होती है वह पर डार्क कलर का प्रयोग किया जाता है , डार्क  कलर को दर्शाने के लिए ऑब्जेक्ट के कलर में थोड़ा भूरा या काळा कलर का प्रयोग कर सकते है , उदाहरण के तोर पर एक मॉन्टन के जिस भाग में सूर्य का प्रकाश नहीं पड़ रहा है तो वहाँ पर डार्क  ब्राऊन का प्रयोग करे , और जहा पर लाइट पड़ रही है वह पर लाइट ब्राऊन का प्रयोग किया जा सकता है इसमें  ब्राऊन को लाइट बनाने के लिए इसमें थोड़ा वाइट कलर को मिक्स कर सकते है।

फॉग (धुंध ) कैसे बनाये 
दोस्तों फॉग का आकर हल्का और अस्पष्ट होता है , इसे बनाने के किये हलके ब्लू कलर का प्रयोग किया जा सकता है इसके लिए डार्क ब्लू कलर में थोड़ा वाइट कलर मिला लेना चहिये और इसे पहाड़ो के पास या दुरी को दर्शाते हुए ही बनाना चाहिए , इसे बनाते समय ब्रश को बहुत ही हलके हाथ से पकड़ना चाहिए और कलर भी हल्का होना चाहिए  आपको वास्तव में अपने जीवन के अनुभव को लैंडस्केप में देखना चाहियें इसमें थोड़ा ब्लर का इफ्फेक्ट देने की कोशिश करे और ब्रश को हल्के हल्के रोटेट करे और ध्यान रखें के फॉग को बनाते समय ब्रश को ड्राई रखे नहीं तो फाग बनाते समय लाइन का इफ़ेक्ट पैदा हो सकता है।

The Basics of oil painting-hindi
Image source by | Google Images 

वाटर बनाना 
वाटर को बनाने के लिए एक बात का ध्यान रखे की वाटर में जो भी शेड फिल की जाती है वो लैंडस्केप के अनुसार ही होनी चाहिये , वाटर की शेड को कई प्रकार से बनाया जा सकते है जैसे ,कई जगहो पर इसका कलर ग्रीन कई जगहों पर ,ब्लू जैसे समुद्र और कई जगहों पर मटमैला हो सकता है ,

वाटर में एक बात का ध्यान जरूर रखें की वाटर में सन लाइट का प्रभाव किस प्रकार का है ,यदि रुका हुआ है तो ऐसे समय वाटर में सूर्य का प्रकाश काफी स्पष्ट दिखयी देता है ,ऐसे में सूर्य के प्रकाश को ठीक तरीके से दर्शना काफी जरुरी हो जाता। 

वाटर को बनाने के लिए सबसे अच्छा तरीका तो यही है की आप वाटर के  भिन्न भिन्न रूपों को अब्सॉर्ब करे किसी फोटो पिक्चर में  वाटर की स्थिति को देखे हुए उसे अलग से बनाने का प्रयास करें।  लैंडस्केप में कलर अप्प्लॉयी करने के लिए अलग अलग ब्रश का प्रयोग किया जाना चाहिए क्योकि एक ही ब्रश में कई कलर लगे रहते है जो अन्य कलर के साथ मिक्स हो जाते है या आप ब्रश को बार बार साफ कर के भी इसका प्रयोग कर सकते  है लेकिन इसमें आपका काफी समय बर्बाद होगा प्योर कलर को करने के लिए अलग -अलग ब्रश का ही प्रयोग सही परिणाम देगा।

the-basics-oil-painting-hindi
Image source by | pixabay.com

ट्री बनाने का तरीका 
अगर लैंडस्केप में ट्री बनाने के लिए  तो एक बात का ध्यान रखा जाना चाहिए की उनका  तना बनाने के लिए नीचे से मोटा और ऊपर से पतला होना चाहिए इस प्रकार इसका एक लुक उभर कर आता है एक बात का ध्यान और रखें की अगर ट्री पास में दर्शाये गए है तो थोड़े डार्क होंगे और दूर दिखाने है तो थोड़े लाइट कलर का प्रयोग किया जाना चाहिए। 

ट्री के पत्ते बनाने के लिए FAN BRUSH का प्रयोग करे  FAN BRUSH एक प्रकार का ऐसा ब्रश है जो की अपने मुँह की ओर से फैला हुआ होता है और इससे पत्तिया बनने में लगने वाला समय काफी कम लगता है। 

ध्यान रहे अगर आप किसी फोटो की कॉपी कर रहे है तो सबसे पहले उसे ऑब्ज़र्ब करने की कोशिश करे उसके  बाद ही उसे बनाने का प्रयास करे इससे होगा ये की गलतिया होने की दर में कमी आएगी ,एक लैंड स्केप बनाने के बाद  अलग लैंडस्केप ड्रा करने का प्रयास करे। 

किसी भी पेंटिंग को बनाने पर कलाकार को एक अनुभव प्राप्त होता है और इस अनुभव के द्वारा अगली बार जब पेंट किया जाता है तो यही अनुभव आपकी पेंटिंग में निखार लाएगा ,

the-basics-oil-painting-hindi
Image source by | Google Images 

आयल पेंटिंग के फायदे 
आयल पैन्टिन्ग अन्य पेंट के मुकाबले अधिक ऑप्शन प्रदान करता है अन्य पेंट जल्दी सूखने वाले होते है जबकि आयल पैन में करने के दौरान आप एक कप चाय या कॉफी का आनंद ले सकते है ,इस कलर की स्थिरता काफी ज्यादा होती है जो की लम्बे समय तक टिका रहता है। 

ज्यादातर लोगो का मानना है की आयल कलर काफी कॉम्प्लेक्स होता है लेकिन यह बात सही नहीं है क्योकि आयल पेंटिंग में कभी भी चेंजिंग की जा सकती है यह कॉम्पलेक्स पेंट और सिंपल दोनों तरह के ऑप्शन प्रदान करता है। 

आयल पैन्टिन्ग को लेकर लोगो के बीच यह धारण बानी हुई है की यह टॉक्सिक होते है लेकिन यह एक प्रकार की गलत धारना है की आयल पेंट टॉक्सिक होते है और इसके द्वारा शारीरिक नुकसान हो सकता है जबकि आयल पेंट टॉक्सिक नहीं होता ही बल्कि पिग्मेंट टॉक्सिक हो सकता है और इसकी जाँच की जा सकती है। 

वाटर कलर के अंतर्गत जब आप नए कलर का प्रयोग करना चाहते है तो आप को ब्रश को साफ़ करने के लिए वाटर का प्रयोग करना पड़े गए लेकिन आयल पेंट में ब्रश को  एक कपडे के माध्यम से ही इसे आसानी से साफ़ किया जा सकता है , लोगो की ये भी धरना है की आयल ब्रश को साफ़ करने के लिए आयल  साल्वेंट का ही प्रयोग किया जा सकता है लेकिन यह सही नहीं है आयल  ब्रश को वाटर के साथ भी साफ़ किया जा सकता है।

oil paintings techniques #

आयल पेंट की तकनीके 

ऑयल पेंट आज सबसे बहुमुखी और अनुकूलनीय पेंटिंग माध्यमों में से एक है। तेल पेंट के साथ कई तकनीक का प्रयोग और प्रभाव संभव हैं। तेल पेंट को एक पतली पारदर्शी शीशे में भी प्रयोग किया जा सकता है, या एक पेंटिंग चाकू का उपयोग करके लागू किया जा सकता है। वास्तव में उन अद्भुत तरीकों का कोई अंत नहीं है जिनसे आप इस अद्भुत पेंटिंग के माध्यम से कला बना सकते हैं। यह लेख उन कुछ तरीकों के बारे में बात करेगा जिनसे आप आयल पेंट का उपयोग कर सकते हैं।

सुखा ब्रश
ड्राई ब्रश तकनीक में ट्यूब से सीधे तेल पेंट की थोड़ी मात्रा का उपयोग किया जा सकता है। इसके बाद एक ब्रिसल ब्रश के साथ बारीकी से ब्रश किया जाता है। यह तकनीक खुरदरी सतहों के साथ विशेष रूप से अच्छी तरह से काम करती है। आपकी सतह के उभरे हुए हिस्से पेंट को उठाने का काम करते हैं, जबकि आपके ब्रश को कलर में नहीं डुबाया हैं। यह टूटे व् बिखरे हुए रंग का प्रभाव बनाता है जहां आपके कैनवास का रंग दिखाई देता है।

ग्राउंड पर पेंटिंग
एक कैनवास वाइट कलर कभी-कभी बहुत ज्यादा सफ़ेद या बहुत अधिक विपरीत हो सकता है जो पेंटिंग शुरू करना थोड़ा मुश्किल बनाता है। जब आप एक समान टोन से कैनवास ग्राउंड को कवर करते हैं, तो यह आपको पेंटिंग करना बहुत आसान बनाता है,आप वास्तव में अपनी जमीन को टोन करने के लिए किसी भी रंग का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन अधिक लोकप्रिय कलर लाल, पीले और भूरे रंग के टोन का का उपयोग करना है, जो आपके काम को एक अद्भुत बनता है।

प्राइमा पेंटिंग
अल्ला ( Alla) प्राइमा पेंटिंग, जिसे "डायरेक्ट पेंटिंग" के रूप में भी जाना जाता है, ऑयल पेंटिंग की एक तकनीक है, जहां काम आमतौर पर सिर्फ एक ही बार में समाप्त हो जाता है जो आपको तेजी से काम करने की सहायता देता है।

आयल पेंट को सीधे कैनवस पर अप्लाई किया जाता है, आमतौर पर बिना अंडरपेंटिंग या स्केच के साथ लेकिन आप ऑयल पेंट के साथ एक स्केच बनाने से भी शुरुआत कर सकते है।

इस तरह आपके पास एक टारगेट होगा कि आपके रंग कहां भरे जाएंगे , आपको इस तकनीक का उपयोग करने में सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि यदि आप अपने कैनवास पर रंगों को ठीक से अप्लाई नहीं करते हैं तो आपकी पेंटिंग काफी मैला हो सकती है , यह अभ्यास मांगता है, इसलिए निराश न हों यदि आपकी यह पहली या दूसरी पेंटिंग है अभ्यास करते रहें और अपनी कल्पना के घोड़ो को चलने दें।

चाकू (Knife) के साथ पेंटिंग #
यदि आपने कभी पेंटिंग चाकू के साथ काम नहीं किया है, तो आप एक कोशिश जरूर करे इस तरह की पेंटिंग पारंपरिक ब्रश पेंटिंग से बहुत अलग होती है और जब आप पेंटिंग चाकू के साथ अपना पहला स्ट्रोक पेंट करते हैं, तो आप तुरंत देखेंगे कि क्यों चाकू के साथ पेंटिंग को रोटी के टुकड़े पर मक्खन फैलाने के रूप में वर्णित किया जा सकता है, और पेंटिंग चाकू का उपयोग करते समय आपको अपनी पेंटिंग को मक्खन या क्रीम की स्थिरता पर ध्यान रखना चाहिए।

the-basics-oil-painting-hindi
Painting Knifes | Image source by | Google Images 

पेंटिंग चाकू के साथ अधिक लचीलापन है और विभिन्न आकार और आकारों की एक किस्म में आती हैं यानि बहुत से स्टाइल आप हैंडल पर अपने हाथ की स्थिति को बदलकर अलग-अलग तरीकों से चाकू से पेंट को अप्लाई कर सकते हैं , आप अपने पेंट को करने के लिए हैंडल पर अपना हाथ नीचे रख सकते हैं ,अपने हाथ को के टॉप पर ले जाएं और आप अपनी उंगली का उपयोग करके पेंट के छोटे टुकड़ों को बनाने के लिए ब्लेड को धीरे से पेंट में मिक्स कर सकते हैं।

आप पेंट हटाने या हार्ड लाइन बनाने के लिए अपने चाकू के ब्लेड को मोड़ सकते हैं यानि अनगिनत प्रयोग जब आप पेंटिंग बनायेगे तो खुद ही जान जायेगे।

ग्लेज़िंग पेंटिंग
यदि आपने ग्लेज़िंग तकनीक का उपयोग करके कभी पेंटिंग नहीं बनाई है, तो आपको निश्चित रूप से इसे आज़माना चाहिए यह पारंपरिक रंग मिश्रण तकनीकों का उपयोग करते हुए पेंटिंग को पूरा करने की तुलना में आपकी पेंटिंग को एक अलग ही रूप देगा , ग्लेज़िंग रंगों को अधिक लुमिनेस देता है इसमें रंगों को अप्लाई करने से पहले एक साथ मिश्रित नहीं किया जाता है, बल्कि, वे रंग की पारदर्शी परतों का उपयोग करके वैकल्पिक रूप से मिश्रित किये जाते हैं।

उदाहरण के लिए, यदि आप शीशे के आवरण का उपयोग करके हरा रंगना चाहते हैं, तो आप पहले अपने पैलेट पर पीले और नीले को एक साथ नहीं मिलाएंगे बल्कि आप पहले नीले रंग की एक पतली परत को अप्लाई करेंगे, सूखने तक प्रतीक्षा करेंगे, फिर पीले रंग की एक पतली परत को अप्लाई करेंगे जिससे आपके हरे रंग का निर्माण होगा। प्रत्येक परत को बाद की परतों को लागू करने से पहले पूरी तरह से सूखा होना चाहिए। आमतौर पर, ग्लेज़िंग तकनीक का उपयोग करने का पहला कदम एक मोनोक्रोमैटिक (एक ही रंग के विभिन्न परत ) को लागू करना है।

how to make better in oil painting #

आयल पेंटिंग में बेहतर कैसे बने 
एक अच्छा आयल चित्रकार बनना सीखना एक कठिन काम है। वास्तव में, यह मास्टरी के लिए कठिन पेंटिंग माध्यमों में से एक है। रंग मिश्रण और सिद्धांत, परिप्रेक्ष्य, तकनीक और सामग्री जैसी चीजें वास्तव में एक प्रारंभिक कलाकार को परेशान कर सकती हैं लेकिन घबराने की जरुरत नहीं है क्योकि आज इसे सिखने के बहुत सारे माध्यम इंटरनेट पर मौजूद है।

तो आप कैसे अपने तेल चित्रकला का सबसे अधिक उपयोग करते हैं और एक अधिक कुशल कलाकार बनते हैं यह आप पर निर्भर करता है।

आपको तेल चित्रकला के मूल सिद्धांतों को सीखने के लिए कुछ पॉइंट्स को कवर करना चाहिए, अक्सर अभ्यास करना चाहिए और बहुत धैर्य के साथ सीखना चाहिए। आपको पहले तेल चित्रकला के मूल सिद्धांतों से शुरू करना चाहिए। आप शुरुआत में
बहुत अच्छे की उम्मीद नहीं कर सकते कि गुणवत्ता वाले चित्र बन जाये ,वास्तव में, आपके द्वारा बनाई गई पहली पेंटिंग संभवतः आपके द्वारा अनुमानित की गई तुलना में बहुत खराब हो सकती है लेकिन आपकी गलतियों से सीखने का काम करती हैं और इसे आपको कुछ सबक देती हैं।

तो तेल चित्रकला के कुछ मूल सिद्धांत क्या हैं? आपको पहले कौन सी जानकारी का अध्ययन और सीखना चाहिए इसकी जानकारी की जरुरत है।

कैसे सीखें
आपको आश्चर्य होगा कि कितना सीखना है कैसे करना है यह आपके तेल चित्रों को बेहतर बनाने में मदद करेगा। वास्तव में, पहले, कला के छात्रों को आयल पेंटिंग ब्रश लेने की अनुमति नहीं थी, जब तक कि वे ड्राइंग के मूल सिद्धांतों को नहीं सीखते। मेरी सलाह यह होगी कि मूल बातें खींचने और वहां से शुरुआत करने के लिए कुछ अच्छी किताबो का अध्ययन किया जाना चाहिए , ड्राइंग अपने आप में एक कला का रूप है और जब तक आप निश्चित रूप से नहीं चाहते हैं, तब तक आपको कला के रूप में ड्राइंग की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।

रंग सिद्धांत
यदि आप आर्ट के गुणवत्ता को सीखने का प्रयास करते हैं, तो आपको रंग सिद्धांत के बारे में सीखना चाहिए। अगर आपको समझ नहीं आता है कि रंग कैसे काम करते हैं, तो इंटरनेट और आर्ट से सम्बंधित किताबो का अध्ययन किया जा सकता है।  तापमान, रंग और तीव्रता जैसे रंगों के बारे में बहुत कुछ सीखा जा सकता है और कैसे रंग एक दूसरे के साथ बातचीत करते हैं। यह तेल चित्रकला का एक बहुत महत्वपूर्ण पहलू है और इसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।

पर्सपेक्टिव 
पर्सपेक्टिव आपको सिखाएगा कि 2-आयामी कैनवास 3-आयामी दुनिया के रंगो को कैसे अप्लाई किया जाता है सीखने के परिप्रेक्ष्य को समझाने के लिए यह एक आवश्यक घटक है।

सामग्री
एक तेल चित्रकार के लिए सामग्री एक गिटारवादक के लिए एक गिटार की तरह है। जैसे एक गिटारवादक अपने वाद्य के बिना नहीं बजा सकता है और न ही यह समझे बिना प्ले सकता है कि उसका उपकरण कैसे काम करता है। आपकी पेंटिंग सामग्री आपके उपकरण हैं, वे ऐसे हैं जो आपको खुद को व्यक्त करने में सक्षम बनाते हैं।

इसलिए उनके बारे में अधिक जानने के लिए यह एक अच्छा विचार है। विभिन्न प्रकार के ब्रश और वे क्या करते हैं, यह जानने के लिए। अपने पेंट को जान लें। सभी रंग समान नहीं होते हैं। कुछ दूसरों की तुलना में अधिक पारदर्शी या अपारदर्शी हैं। उनके बीच के अंतर को जानें।

तकनीक शैली 
तेल चित्रकला तकनीक असंख्य हैं जो आप अपनी पेंटिंग बनाने के लिए उपयोग कर सकते हैं, इतना कुछ है कि यह इस लेख के दायरे से परे है जैसे , glazing, alla prima, knife painting, और इसके आलावा भी बहुत सी तकनीक है जिन्हे इंटरनेट पर खोजा जा सकता है  विभिन्न तकनीकों के साथ काम करने से आपको अपनी अनूठी शैली विकसित करने में मदद मिलेगी।

आर्ट के मास्टर्स से सीखे 
 Vincent Van Gogh, Rembrandt van Rijn, Johannes Vermier,और कई और  ऐसे  मास्टर्स है जो त्रि आयामी दुनिया को चित्रों के रूप में दिखने का कौशल रखते थे , उनकी पेंटिंग दर्शकों को देखने के लिए मजबूर करती हैं आखिर क्यों? ऐसा क्या है कि इन चित्रों ने उन्हें इतना लोकप्रिय बना दिया है?

खैर, यह पता लगाने का एक तरीका उन्हें अध्ययन करना है। यदि संभव हो तो, इसे जितनी बार संभव हो एक संग्रहालय का दौरा करने और उनके कार्यों का अध्ययन करने के कार्यक्रम बनाएं , उन चित्रों को ढूंढें जो आपका ध्यान आकर्षित करते हैं और आपको अंदर से खींचते हैं।

फिर, जब आपके पास समय होता है, तो उन कलाकारों पर पुस्तकों और अन्य संसाधनों को खोजने का प्रयास करें ताकि आप उनके और उनकी तकनीकों के बारे में अधिक जान सकें। जब आप तैयार हों, तो एक ऐसी पेंटिंग चुनें जिसे आप काफी पसंद कर रहे हैं और उसकी नक़ल की कोशिश करें।

निष्कर्ष :

इन सभी सुझावो और तकनीकों  को अपनाने के बाद उम्मीद है की आयल पेंटिंग तकनीक में आपको सहायता मिलेगी और आप एक अच्छे आर्टिस्ट बन सकेगे और अपना एक अलग मुकाम हासिल कर सकेंगे
                                                      
यदि ये आर्टिकल आपको पसंद आया है तो कृपया सब्सक्राइब करे और हमें लिखे , धन्यवाद 
The Basics of oil painting-hindi The Basics of oil painting-hindi Reviewed by Easenex on जून 23, 2020 Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

Please do not enter any spam link in the comment box.

Blogger द्वारा संचालित.